हे साँवरा… रीझेगा तू कैय्या..? श्याम बोल तो सरी, हाजिरी लगाऊँ आंख्या खोल तो सरी! माया से न रिझु भाव से तौल तो सही, एक बार दिल से… “जय श्री श्याम” बोल तो सही…. बाबा के चरणों में प्रातः धोक
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